छोटे मेढ़क और बड़ा टावर – Hindi Short Story With Moral
जब आप नकारात्मक छोड़ सकारात्मक सोचना शुरू करते है तब आपको सकारात्मक परिणाम मिलना शुरू हो जाता है – Willie Nelson
एक बार बहुत से मेढको की एक Race (दौड़) आयोजित की गयी। Race में सभी मेढको को एक बड़े Tower में चढना था और जो मेढ़क सबसे पहले ये काम करता उसे विजेता घोषित होना था। मेढकों की दौड़ देखने के लिए टावर के आस-पास बहुत भीड़ जमा थी जो Race देखने और मेढकों को प्रोत्साहित करने पहुचे थे।
Race शुरू हुई, वास्तव में भीड़ में से कोई भी ये विश्वास नही कर रह था की कोई भी मेढ़क इतने बड़े टावर में Top पर चढ़ कर Race पूरा कर पाएगा इसलिए वो चिल्लाने लगे “ओह्ह बहुत ही मुश्किल है कोई भी टॉप पर नही चढ़ पाएगा, कोई भी ताकत इन छोटे मेढको को टावर के टॉप में चढने में सफल नही कर सकती टावर बहुत ऊँचा है”
Race के दौरान मेढ़क एक-एक करके टावर से निचे गिर रहे थे और भीड़ के इस तरह चिल्लाने के बाद वो और कमजोर पड़ गये और तेज़ी से टावर से निचे गिरने लगे लेकिन सब मेढ़क में एकमात्र छोटा मेढ़क ऐसा था जो लगातार रफ़्तार के साथ टावर में ऊपर की तरफ बढ़ रहा था। भीड़ चिल्लाते रही “बहुत ही कठिन है कोई भी नही चढ़ पाएगा” और यह सुन कर कुछ और टावर में चढ़ते हुए मेढ़क निचे गिरने लगे।
लेकिन वो एकमात्र मेढ़क बस चलता रहा, चलता रहा, चलता रहा और उसने हार नही मानी।
अंत में सभी मेढ़क टावर से गिर गये एकमात्र उस मेढ़क को छोड़ कर जो रफ़्तार के साथ टावर पर चढ़ रहा था और अंत में वही छोटा मेढ़क टावर के Top पर पहुच गया और Race जीत गया।
सभी दूसरे मेढ़क जानना चाहते थे की इस मेढ़क में ऐसा क्या था जो इसे हमसे अलग करता है हम भी इसके जैसे ही है लेकिन हम क्यों उस टावर में नही चढ़ पाए?
इसलिए एक मेढ़क ने विजेता मेढ़क से जाकर ये पूछना चाहा की उसने ऐसा कैसे किया और उस मेढ़क के पास जाकर उसे पता चला वह विजेता मेढ़क बहरा (Deaf) था।
शिक्षा –
उन Negative बातों को, Negative लोगो को कभी मत सुनो जो आपके काम में बाधा डालते है और बोलते है की आप ये नही कर सकते। ये आपका सपना है इसे आपको खुद पूरा करना है बोलने वाले बोलते रहेंगे हमे उन्हें नही सुनना।
हमेशा याद रखें जो हम देखतें है जो हम सुनते है उसका हमारे जीवन पर कहीं ना कहीं असर जरूर पड़ता है इसलिए हमेशा Positive बातें सुने जो आपको आपके सपनो की और अग्रसर करे।
उन लोगो का साथ छोड़ दें जो आपके सपनों को पूरा करने में बाधा डालते है और जिन लोगो का साथ आप नही छोड़ सकते उनके लिए बहरे (Deaf) बन जाइये बिल्कुल उस मेढ़क की तरह जिसपर किसी की बातों का कोई असर नही पड़ता और सिर्फ अपना लक्ष्य नजर आता है।
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Interesting story hai.. thank you
very nice story…..thanks…..
धन्यवाद अमूल जी
धन्यवाद प्रमोद जी
नये साल के शुभ अवसर पर आपको और सभी पाठको को नए साल की कोटि-कोटि शुभकामनायें और बधाईयां। Nice Post ….. Thank you so much!! 🙂 🙂
आपको भी नए वर्ष की बहुत-बहुत बधाईयां
Ekdm sahi likha hai. I like it
waah bahut acchi kahani likhi hai amit ji