Krishna Message on Sadness
मनुष्य का स्वभाव है कि वह स्वयं को, अपने परिवार को, अपनी संतानों को अधिकतम सुख प्राप्त हो ऐसी इच्छा रखता है इसी कारण से हम सदा श्रम और कष्ट से दूर भागते हैं, विश्राम और सुविधाओं को बढ़ाने का प्रयास करते हैं.
स्वयं अपने जीवन का विचार कीजिए क्या यह सत्य नहीं कि हम अपनी संतानों के लिए सदा ही विश्राम और सुविधा का आयोजन करते हैं पर क्या कभी सोचा है केवल विश्राम से क्या लाभ प्राप्त होता है, केवल सुख और सुविधाएं जिन्हें प्राप्त हो उनका जीवन कैसा होता है? शरीर जब श्रम करता है तो अधिक स्वस्थ बनता है, बुद्धि भी जब कठिन चुनौतियों का सामना करती है तो अधिक तेजस्वी बनती है यह हम सबका अनुभव है पर हम शायद यह भूल जाते हैं कि मन और आत्मा को जब कठिनाइयाँ प्राप्त होती हैं तब वो अधिक बलवान होती है अर्थात जब भी हम अपनी संतानों को श्रम और दुख से दूर रखने का प्रयास करते हैं क्या वास्तव में उनके सुख का मार्ग बंद नहीं कर देते?
यह भी पढ़े – किसी भी एग्जाम में टॉप कैसे करे? श्रीकृष्ण का सन्देश
अब पाइये हमारी सभी नयी पोस्ट अपने मोबाइल पर इसके लिए जुड़िये हमारे Whatsapp ग्रुप से – यहाँ क्लिक कीजिये
अगर आप अपना नंबर पब्लिक नहीं करना चाहते तो आपको “Hello Bloggeramit” लिखकर @9536884448 पर मेसेज करना होगा और भविष्य में आने वाली सभी पोस्ट आपके whatsapp पर पहुच जाएगी, धन्यवाद.