अग्निपथ योजना क्या है?
देश की आर्म्ड फाॅर्स में भर्ती के लिए भारत सरकार द्वारा एक योजना की शुरुवात की गयी है जिसे अग्निपथ योजना का नाम दिया गया है. इस योजना को ये बात ध्यान में रखकर लाया गया है कि ज्यादा से ज्यादा युवा सेना से जुड़ सकें।
केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस योजना की घोषणा की है जिसमें उन्होंने बताया है कि इस योजना में युवाओं को 4 साल की अवधि के लिए सेनाओं में भर्ती किया जाएगा.
अग्निपथ योजना के लिए कौन पात्र है?
अग्निपथ योजना में भर्ती किए जाने वालों को अग्निवीर का नाम दिया गया है, आइए जानते हैं अग्निवीर बनने के लिए क्या-क्या जरूरी है-
1 – अग्निवीर बनने के लिए उम्मीदवार की आयु 17.5 साल से 21 साल के बीच होनी चाहिए, लेकिन अब भारी विरोध को देखते हुए भारत सरकार ने अग्निवीर बनने की अधिकतम उम्र की सीमा 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी है और यह छूट सिर्फ इस साल के लिए है. यानी अगले साल से आयु सीमा फिर से 17.5 साल से 21 साल हो जाएगी।
2 – सेना इस योजना के लिए स्पेशल रिक्रूटमेंट रैली आयोजित करेगी इसके अलावा कैंपस इंटरव्यू भी आयोजित किए जाएंगे.
3 – शैक्षिक योग्यता की बात करें तो सैनिक की भर्ती के लिए शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास होगी जबकि कुछ पोस्ट के लिए यह 12वीं पास होगी।
अग्निपथ योजना में क्या सुविधाएँ हैं?
1 – अग्निवीर भर्ती केवल 4 साल के लिए होगी और अधिकतम 25% अग्निवीरों को ही 4 साल के बाद सेना में स्थायी तौर पर रखा जाएगा.
2 – बात करें सैलेरी की तो पहले साल 30 हज़ार से शुरू होकर चौथे साल आपको 40 हज़ार रुपया प्रति महीना मिलना शुरू हो जाएगा लेकिन यह पूरा पैसा आपको हाथ में नहीं आएगा। आपको किस तरह से सैलेरी मिलेगी इसे इस इमेज में दिखाया गया है।
3 – इस तरह 4 साल पूरा होने के बाद आपको 11 लाख 70 हज़ार रुपए सेवनिधि पैकेज के तौर पर मिलेंगे।
4 – अगर कोई अग्निवीर देश सेवा के दौरान शहीद हो जाता है, तो उसके घरवालों को सेवा निधि समेत 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि ब्याज सहित मिलेगी. इसके अलावा बाकी बची नौकरी का वेतन भी दिया जाएगा.
5 – और अगर कोई अग्निवीर डिसेबिल हो जाता है, तो उसे 44 लाख रुपए तक की राशि दी जाएगी. इसके अलावा बाकी बची नौकरी का वेतन भी मिलेगा.
अग्निपथ योजना का विरोध क्यों हो रहा है?
इसका कारण बहुत साफ़ है, बात ये है कि तीनो सेनाओं ने इस योजना के आने के बाद पहले से जारी भर्तियों को भी रद्द कर दिया है और केवल अग्निपथ स्कीम के तहत भर्ती लेने का ऐलान किया है.
ऐसे में सेना में स्थायी भर्ती के लिए परीक्षा परीक्षा पास कर चुके उम्मीदवार इस फैसले का विरोध कर रहे हैं क्योंकि उनकी भर्ती अब टल गई है. इसके अलावा अग्निपथ योजना में सिर्फ 4 साल की नौकरी है और इसके बाद पेंसन की कोई सुविधा नहीं है और भी बहुत से भत्ते नहीं है जो सामान्य भर्ती में मिलते है, यही सबसे बड़ा कारण है इस भर्ती का विरोध किये जाने का।
सेनाओं ने साफ़ कर दिया है कि अब आगे से केवल अग्निपथ स्कीम के तहत ही सेना में भर्तियां ली जाएंगी और पहले होने वाली भर्ती प्रकिर्या खत्म हो जाएगी.
इस विरोध के बीच ही आर्मी चीफ मनोज पांडे ने कहा है कि दो दिन के अंदर ही इस भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। यानी एक तरफ विरोध चल रहा है और दूसरी तरफ भर्ती का नोटिफिकेशन जल्द आउट होने वाला है।
तो आज की पोस्ट में इतना है जल्द मिलते हैं एक और नयी पोस्ट के साथ, तब-तक के लिए नमस्कार।