Chanakya Niti Hindi | अच्छा मित्र कौन है? जानिए क्या कहते है चाणक्य

Chanakya Niti हिंदी में

Chanakya Niti, प्रथम अध्याय श्लोक बारह

अच्छा मित्र वही है जो हमें निम्नलिखित परिस्थितियों में नहीं त्यागे-
आवश्यकता पड़ने पर, कोई दुर्घटना पड़ने पर, जब अकाल पड़ा हो, जब युद्ध चल रहा हो, जब एक राजा के दरबार में जाना पड़े और जब श्मशान घाट पर जाना पड़े
दोस्तों, आचार्य चाणक्य इस नीति में हमारी दोस्ती के बारे में कहते हैं यानी कि एक अच्छा मित्र किसे कहते हैं. यह बातें हम पर भी लागू होती है जितनी कि दूसरों पर, एक अच्छा मित्र वही होता है जो आवश्यकता पड़ने पर काम आए, जब हम मुसीबत में हो तब काम आए, जब हमारा बुरा वक्त हो तब काम आए तभी वह एक सच्चा मित्र होता है.

Chanakya Niti Hindi

वैसे अभी के समय में अगर देखा जाए तो बहुत ही कम सच्चे दोस्त मिलते हैं इसीलिए आचार्य चाणक्य कहते हैं जो आवश्यकता पड़ने पर काम आए उसी को अच्छा मित्र माने, चाणक्य कहते हैं किसी दुर्घटना पर जो मित्र काम आए वह एक अच्छा मित्र है आप या फिर आपकी फैमिली अगर कोई संकट में है तो आपका मित्र आप के काम आना चाहिए, यही बात आप पर भी लागू होती है कि हम जिस से सच्ची दोस्ती कर लें तो उसे हर वक्त काम आना चाहिए, उसकी लाइफ में जो भी प्रॉब्लम हो उसे हेल्प करनी चाहिए।

Chanakya Niti on Friendship

फिर आगे चाणक्य कहते हैं अकाल पड़ा हो या युद्ध चल रहा हो तब एक सच्चा मित्र जरूर काम आना चाहिए क्योंकि अकाल के समय पर हमारे दोस्त के पास जो चीज है और जो हमारे पास नहीं है तो वह हमारी हेल्प कर सकता है और यही चीज हम भी अपने दोस्त के साथ कर सकते हैं अगर उसके घर में किसी चीज की प्रॉब्लम हो जैसे – पैसे की, खाने की या ऐसी कोई भी चीज अगर उसके घर में कोई प्रॉब्लम हो तो हम उसका सपोर्ट कर सकते हैं.

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आगे चाणक्य कहते हैं जब हमें राजा के दरबार में जाना पड़े लेकिन अभी के समय के लिए कोई राजा नहीं है लेकिन अगर कोर्ट-कचहरी या फिर कोई भी काम हो जिसमें अपना दोस्त फंसा हो या फिर हम फंसे हो तो हमें अपनी दोस्ती निभानी चाहिए, अगर हमारा दोस्त सच्चा हो तो हमें कोर्ट कचेरी तक जाना चाहिए।

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