टीआरपी रेटिंग – TRP, टीआरपी फुल फॉर्म, कैलकुलेशन, BARC, टीआरपी के लाभ
टीआरपी (TRP) क्या है?
टीआरपी का फुल फॉर्म टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट है जबकि एडवरटाइजर यानी विज्ञापनदाता इसे टारगेट रेटिंग पॉइंट भी कहते हैं। इसका उपयोग टीवी शो की लोकप्रियता को मापने के लिए किया जाता है। टीआरपी टीवी पर प्रसारित होने वाले किसी भी शो की सफलता को दिखता है। इसका उपयोग यह पता करने के लिए किया जाता है कि टीवी स्क्रीन पर कौन सा प्रोग्राम सबसे अधिक देखा जा रहा है। इस तरह टीआरपी लोगों की पसंद को मापता है और किसी भी टीवी शो या चैनल की सफलता का संकेत देता है।
एक टीवी शो की टीआरपी रेटिंग (TRP Rating) को बाजार में उसकी वैल्यू के रूप में देखा जा सकता है। टीआरपी रेटिंग जितनी ज्यादा होती है, टीवी शो या चैनल उतना ही लोकप्रिय होता है।
अधिक टीआरपी (TRP) वाला टीवी शो उसे देखने वाले लोगो की एक बड़ी संख्या का संकेत होता है। विज्ञापनदाताओं के लिए यह डेटा बहुत आवश्यक है क्योंकि इससे वो ये तय करते हैं कि किस शो में उन्हें अपना विज्ञापन दिखाना है और शो के दौरान किस समय विज्ञापन दिखाना है।
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टीआरपी का निर्धारण एक ऐसे उपकरण का उपयोग करके किया जाता है जिसे पीपल मीटर (People Meter) के रूप में जाना जाता है और यह हज़ारों दर्शकों के घरों में टीवी सेट से जुड़ा होता है।
टीआरपी रेटिंग कैसे निकालते हैं? | TRP Rating Calculation
टीआरपी की गणना भारतीय एजेंसी ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल द्वारा बार-ओ-मीटर (BAR-O-meters) का उपयोग करके की जाती है। BARC हर गुरुवार को साप्ताहिक टीआरपी परिणाम जारी करता है और सभी टीवी चैनलों और टीवी कार्यक्रमों को टीआरपी के आधार पर रैंकिंग देता है।
BARC ने पैनल में शामिल 44,000 से अधिक घरों में बार-ओ-मीटर जिसे पीपुल मीटर भी कहा जाता है स्थापित किए हैं। ये 44,000 से अधिक पीपुल मीटर पूरे देश के शहरी और ग्रामीण दोनों तरह के एरिया में लगे हुए हैं। इस तरह सैंपलिंग के तौर पर हज़ारों दर्शकों को सर्वेक्षण में शामिल किया जाता है। ये गैजेट परिवार के सदस्यों या चुनिंदा लोगों द्वारा देखे गए चैनल या कार्यक्रम के बारे में डेटा रिकॉर्ड करते हैं।
टीआरपी कैलकुलेशन की एक अन्य विधि को पिक्चर मैचिंग के रूप में जाना जाता है जहां पीपुल मीटर टीवी पर देखे जा रहे चित्र के एक छोटे से हिस्से को रिकॉर्ड करता है। यह डेटा चित्रों के रूप में घरों के ग्रुप से एकत्र किया जाता है और बाद में टीआरपी की गणना के लिए इसका विश्लेषण किया जाता है।
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BARC क्या है?
2014 में शुरू हुआ ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC), दुनिया का सबसे बड़ा टेलीविज़न ऑडियंस मेजरमेंट सर्विस है। TAM के साथ अपना जॉइंट वेंचर बनाने के बाद, अब यह देश में प्रसारण क्षेत्र के लिए एकमात्र रेटिंग बॉडी है।
बार्क इंडिया ने 277 सब्सक्राइब्ड चैनलों के साथ अपनी सेवाएं शुरू कीं थी। आज, BARC इंडिया की वॉटरमार्किंग तकनीक को अपनाने वाले और इसकी सेवाओं की सदस्यता लेने वाले चैनलों की संख्या बढ़कर 470 से ज्यादा पहुंच गई है।
टीआरपी रेटिंग के लाभ
ब्रांड, विज्ञापनदाता और चैनल के लिए टीआरपी के कुछ फायदे इस तरह हैं:
- एक चैनल की टीआरपी कंपनियों को लोकप्रियता के आधार पर कस्टमर को टारगेट करने और उनके ROI यानी रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट का वैल्यूएशन करने में मदद करती है।
- यह चैनल्स को उच्च रेटिंग वाले शो होने पर विज्ञापनदाताओं से ज्यादा चार्ज वसूलने में मदद करती है।
टीआरपी से जुड़े कुछ सवाल और उनके जवाब [FAQ]
टीआरपी कौन जारी करता है?
टीआरपी BARC यानी ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल द्वारा हर हफ्ते जारी की जाती है।
कितनी TRP को अच्छी TRP रेटिंग कहा जाता है?
वर्तमान में 3 या उससे अधिक की TRP रेटिंग को बेहतर माना जाता है।
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